सोचिए आप एक स्कूल के साइंस एग्जिबिशन में जाते हैं और वहां आपको एक प्रोजेक्ट दिखता है जो यह तय करता है कि कौन मरने के बाद जन्नत में जाएगा और कौन जहन्नुम जी हां यह अद्भुत घटना कर्नाटक के एक स्कूल में घटी और अब इस पर बवाल मचा हुआ है दरअसल वहां एक मुस्लिम बच्ची एक प्रोजेक्ट दिखा रही थी जिसमें एक गुड़िया बुर्के में खड़ी थी और वह मरने के बाद फूलों से सजे ताबूत में आराम कर रही थी वहीं दूसरी तरफ एक गुड़िया छोटी ड्रेस में खड़ी थी मगर उसके मरने के बाद उसकी बॉडी को सांपों और बिच्छू के बीच रखा गया था और बच्ची का दावा है कि बुर्का पहनने से जन्नत मिलती है छोटे कपड़े पहनने से जहन्नुम अब आप सोच ही गए होंगे कि यह कितना खतरनाक साइंटिफिक प्रोजेक्ट है जैसे ही इस साइंटिफिक प्रोजेक्ट की वीडियो सामने आई इसने सोशल मीडिया पर आग लगा दी किसी ने पूछा भाई बुर्के के साइंटिफिक फायदे तो हमें आज पता चले तो किसी ने कहा बच्ची ने तो वही बताया और दिखाया जो उसे सिखाया गया था अब इस पर शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं लेकिन असली सवाल यह है क्या स्कूलों में बच्चों को साइंटिफिक सोच दी जानी चाहिए या फिर धार्मिक मान्यताओं का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए कर्नाटक पहले भी बुर्के को लेकर सुर्खियों में आ चुका है
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